शहर में छिपा है अन्देखा ,अन्जाना बैरी दोस्तों
इससे जीतने की कर लो तैयारी दोस्तों
आता नहीं नज़र,पर रख़ता है वो नज़र,
ना रहना इससे तुम बेख़बर दोस्तों
वो करता है वार, जाते ही बाहर
बचना है इसके प्रहार से दोस्तों
निकलो नकाब पहन के, दो गज़ की दूरी बनाके
नमस्ते का तौर-तरीक़ा है असरदार दोस्तों
मिलने को जी चाहे ग़र प्रियजनों से,
तो करते रहना फ़ोन बार -बार दोस्तों
श्रंखला तोड़ दो, सामाजिक दूरी से
कर सकते हो तुम ये चमत्कार दोस्तों