मुझमे ही रह गई
खामियां
या शायद मेरे
प्यार में
जो तेरी दहलीजें
ना पार कर पाये
किस बात पर
रोयें करे
अफसोस
अब कैसा
हम
कल भी
कल भी
अकेले
थे
हम अब भी
अकेले हैं
मुझमे ही रह गई
खामियां
या शायद मेरे
प्यार में
जो तेरी दहलीजें
ना पार कर पाये
किस बात पर
रोयें करे
अफसोस
अब कैसा
हम
कल भी
कल भी
अकेले
थे
हम अब भी
अकेले हैं