अफसोस Abhishek kumar 4 years ago मुझमे ही रह गई खामियां या शायद मेरे प्यार में जो तेरी दहलीजें ना पार कर पाये किस बात पर रोयें करे अफसोस अब कैसा हम कल भी कल भी अकेले थे हम अब भी अकेले हैं