“अब डर सा लगता है सुबह-सुबह अखबार पकड़ने से”
“न जाने कौन देश की बेटी, देश का जवान या देश का स्वाभीमान , लूट लिया हो ” !
~शाबीर
“अब डर सा लगता है सुबह-सुबह अखबार पकड़ने से”
“न जाने कौन देश की बेटी, देश का जवान या देश का स्वाभीमान , लूट लिया हो ” !
~शाबीर