अब तो दिन बौने आदमकद रातें हो गई है
बर्क आसमां पे आँखों से बरसातें हो गई है
किस वफ़ा की तलाश में सिर खपाते हो
वफ़ा की बातें डायनासोर की बातें हो गई है
राजेश “अरमान’
अब तो दिन बौने


अब तो दिन बौने आदमकद रातें हो गई है
बर्क आसमां पे आँखों से बरसातें हो गई है
किस वफ़ा की तलाश में सिर खपाते हो
वफ़ा की बातें डायनासोर की बातें हो गई है
राजेश “अरमान’