आँखों की दहलीज लांग आया हूँ,
आज मैं सबसे रूबरू हो आया हूँ,
झूठ ये है के एक बून्द पानी हूँ मैं,
सच ये के मै आँसू कहलाया आया हूँ,
राही (अंजाना)
आंसू

आँखों की दहलीज लांग आया हूँ,
आज मैं सबसे रूबरू हो आया हूँ,
झूठ ये है के एक बून्द पानी हूँ मैं,
सच ये के मै आँसू कहलाया आया हूँ,
राही (अंजाना)