आकाश गंगा में… Pragya 3 years ago मित्रता करने को हाँथ फ़ैल जाते हैं उड़ने को आसमान में पंख खुल जाते हैं जी करता है एक लम्बी साँस लूँ उड़ चलूँ गगन में बादलों से करूं आँख मिचौली बैठूँ सितारों के साथ चाँद से नूर चुरा लूँ आकाश गंगा में थोड़ा तैर लूँ।।