वो आतिशबाजी किस काम कि
जो कानो को बहरा कर दे
अगले ही दिन प्रदूषण से
वातावरण को धुए से भर दे.
मै तो चाहूँ ऐसी लड़ी जलाना
कि जिंदगी फुलझड़ी जैसी जगमग हो
चाहूँ ऐसा अनार जलाना
जिसमे खुशियों कि फुहार पग पग हो.
ऐसा फोड़ू मुस्कुराहटो का सुतली बम
जो लोगो का दिल उत्साह से भर दे
ऐसा जलाऊ उमंगो का रॉकिट
जो आसमान रंगबिरगी खुशियों से भर दे.