आपका दर्द Janki Prasad (Vivash) 6 years ago आपका दर्द , दिल को इस कदर, मुझको तो प्यारा है । दर्द की दवा देने में , अपना जीवन गुजारा है । बढ़ीं बैचैनियाँ जब जब., ना तुमको नींद आई है , अपनी रातों को आँखों ने, रतजगा कर गुजारा है । जानकी प्रसाद विवश