नायक ने शब्दों के माध्यम से अपने दिल के इश्क़ युक्त जज्बातों को जाहिर किया है ( नायक जिससे प्यार करता है उन * रश्मि ” संगीत की मूर्ति नायिका को समर्पित *
दिल की बातें तुम्हे अब बताऊंगा मै उनसे नफरत सी होने लगी आज फिर !
प्यार रिश्ता था जो मैं निभाता रहा
दर्द सहता हुआ मुस्कुराता रहा
उन गुनाहों पर परदा गिराता रहा
जानकर अपना दिल से लगाता रहा
की नजाकत यहाँ थी शराफत कहाँ मेरी आँखे भी रोने लगी आज फिर !! दिल की बातें०!!
जिससे है प्यार उसको बताया नही
दिल के जज्बातों को भी जताया नही
कहना है बहुत कुछ पर सुनाया नही
उल्टा षड्यंत्र फिर भी बनाया नही
आज हैरान हूँ कुछ परेशान हूँ आँख पलके भिगोने लगी आज फिर !! दिल की बातें०!!
ये जमाना नही साथ देता कभी
वक़्त पड़ता है तब भूल जाते सभी
आजमाया है हमने अभी के अभी
हो गए हम अकेले जहाँ मे तभी
जब भरोसा किया और सहारा लिया बीज नफरत के बोने लगी आज फिर !!दिल की बातें०!!
संकलित –
आर्यन कृष्णवंशी ” शनि ”