वो दूर तक फैला नीला आसमां,
सांझ हो रही है,अब तो आजा ना
ये लम्हे बिताऊं तुम्हारे साथ,
आजा ना, करते हैं कुछ देर बात
देखती हूं राह, तेरी इंतजार में
*****✍️गीता
वो दूर तक फैला नीला आसमां,
सांझ हो रही है,अब तो आजा ना
ये लम्हे बिताऊं तुम्हारे साथ,
आजा ना, करते हैं कुछ देर बात
देखती हूं राह, तेरी इंतजार में
*****✍️गीता