हमने उम्रे गुज़ार दी तेरे इंतेज़ार पर
तुझे आती है क्या याद कभी मेरे प्यार पर
हमने फासले मिटा तेरे ऐतबार पर
पर तुझसे एक कदम साथ चला ना गया
हमने उम्रे गुज़ार दी तेरे इंतेज़ार पर
तुझे आती है क्या याद कभी मेरे प्यार पर
हमने फासले मिटा तेरे ऐतबार पर
पर तुझसे एक कदम साथ चला ना गया