तेरी हर एक धड़कन पे उसी का नाम लिखा है
जो उसने नहीं देखा वही अब हमने देखा है
तेरे ख्वाबों में दो पल को जो हमने भी घर डाला
तेरे ख्वाबों में भी उसी का इन्तजार देखा है ।
तेरी भोली सी मुस्कानें मुझे तेरे पास ले आयी
मगर मुस्कान के पीछे , बदली दर्द की छायी
अब इक हारे हुए दिल पर करूँ अधिकार मैं कैसे
मोहब्बत क्या तुझे मेरी दोस्ती भी रास ना आयी ।
#पंकज#