ऑंखें तेरी खुलीं Mikesh Tiwari 10 years ago ऑंखें तेरी खुलीं हैं पड़ तू जाग कर जगा नहीं अपनी सुबह में भांपना मेरा हमसफ़र अब है कहाँ तू पीछे रह गया कहाँ