कई साल बीत गए
लेकिन लोगों की
“छोटी सोच”
अभी तक “बड़ी” नहीं हुई….
उन्हें
धर्म दिख रहा हैं….
दर्द में तड़पती
बेटियाँ नहीं….
कई साल बीत गए
लेकिन लोगों की
“छोटी सोच”
अभी तक “बड़ी” नहीं हुई….
उन्हें
धर्म दिख रहा हैं….
दर्द में तड़पती
बेटियाँ नहीं….