कलम Antariksha 4 years ago कलम और पेन से अभी नाता कब का छूट चुका है अभी ज़माना ईमेल और मोबाइल का है छोटे उन पन्नो में अपनी भावनाएं सारी लिखने की नौबत अभी नहीं आती अभी तेरे ख़तों में तेरी खुशबु ढूंढने का अहसास नहीं रहा बहुत कुछ खो दिया है अभी के ज़माने ने या पाया है बहुत कुछ।