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कुछ लोग………..

बहुत शराफत से पेश आये कुछ लोग
हमारे जनाजे पर आये कुछ लोग

आखरी रस्म की कदर करी उन सब ने
हमें कांधा देने आये कुछ लोग

रस्म-ऐ-बफा सब निभा नहीं सकते है
काबा पर हमने बुलाये कुछ लोग

सोचा था सब अपने है इस दुनिया मे
मगर, रस्म-ऐ-अपनापन निभा पाए कुछ लोग

यूँ तो मायूस दिख रहे थे वह पर सभी
मेरी कब्र पर मगर आंसू बहा पाए कुछ लोग

बहुत शराफत से पेश आये कुछ लोग
हमारे जनाजे पर आये कुछ लोग…………………..!!

                                               ……………….D K

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