Site icon Saavan

कुर्बानियां

कुर्बानियां देकर वो,
आज़ाद वतन को कर गए,
खून ऐ जिगर वो,
खातिर देश की मर गए

-विनीता श्रीवास्तव(नीरजा नीर)-

Exit mobile version