कहते तो बहुत है मगर सुनता कौन है
सब नेता हैं गद्दार तो इन्हे चुनता कौन है
दिखावा विलासिता के सामान लाए हो
मेहनत है किसकी गुनता कौन है
कहते तो बहुत है मगर सुनता कौन है
सब नेता हैं गद्दार तो इन्हे चुनता कौन है
दिखावा विलासिता के सामान लाए हो
मेहनत है किसकी गुनता कौन है