Site icon Saavan

खयाले यार से दिल खुशगवार कर लेंगे

खयाले यार से दिल खुशगवार कर लेंगे
मिला न तू तिरे ख्वाबों से प्यार कर लेंगे

नसीब सबको नहीं हैं गुलाब की राहें
नहीं हैं फूल तो काँटो से प्यार कर लेंगे

किसी के वादे का हम ऐतबार कर लेंगे
लगे ये झूठा मगर इंतजार कर लेंगे

है अरमां दिल का रहो जिंदगी मे तुम मेरी
जहां से खुद को सनम दरकिनार कर लेंगे

लबों पे ठहरी हैं बातें न जाने अब कितनी
मिलोगे गर वही शिकवे हज़ार कर लेंगे

सदाऐं देती हैं मुझको ये बिसरी सी राहें
गली को अब तेरी हम रहगुजार कर लेंगे

मिले जो खुशनुमा सा साथ उम्र भर तेरा
सुलगते सहरा को ठंडी फुहार कर लेंगे

तड़पती रहती हैं जो हसरतें मेरी पामाल
उन्हें ही दफन करेंगे़ मज़ार कर लेंगे

अधूरे ख्वाब हैं इन आँखों में बहुत सारे
तेरा भी नाम उन्हीं में शुमार कर लेंगे

सुमन ढींगरा दुग्गल

Exit mobile version