कुछ है बात निराली सी
मेरे भारत की बात अद्भुत है।
खूबसूरत है हिमालय पर्वत,
जहाँ से मीठी हवा आती है,
ऐसी लगती है जैसे हो शर्बत।
गंगा जमुना व नर्मदा जैसी
बह रही हैं पवित्र नदियां यहां
ये मेरा देश इतना पावन है,
देवताओं का वास भी है यहाँ।
एक छोर में खड़े पर्वत
दूसरे छोर में समुंदर हैं,
एक से एक पुरातन हैं भवन
साथ में गांव बड़े सुन्दर हैं।
सबमें है प्रेमभावना सी भरी
एकजुटता निराली ताकत है,
मेरे भारत की शान अद्भुत है,
मेरे भारत में खूब ताकत है।