ख्वाब महेश गुप्ता जौनपुरी 4 years ago अभी तो तुमसे मिले थे हम, अभी तुम मुझे छोड़ चले गये। दिखलाकर मुझे सुनहरे ख्वाब, आंखों से दूर कहां तुम चले गये।। ✍महेश गुप्ता जौनपुरी