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गजल

जिन्दगी जब भी मुस्कुराती है
गीत उनके ही गुनगुनाती है |
पलक गीरते जो पास होती है
आँख खुलते ही चली जाती है ||
कदम-कदम पे मुश्किलें मिलती
जिन्दगी हमको आजमाती है |
आशना जिसको बना रखा था
ओ नही याद उनकी आती है ||
नजर बचा के निकलने वाले
तेरी हसरत बहुत सताती है ||
दम तोडा है किसी ने शायद
सलवटे गम की ये बताती है ||
उपाध्याय…

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