आओ मनाएँ गणपति गणेश को।
गौड़ी नन्दन पुत्र महेश को।।
लम्बोदर गजवदन विनायक।
प्रथम पूज्य सब देव सहायक।।
करुणाकर करुणेश को, आओ मनाएँ……।।
सिद्धि बुद्धि को देने वाले।
संकट सबके हरने वाले।।
वरदायक मंगलेश को, आओ मनाएँ…….।।
ऋद्धि सिद्धि के प्रीतम प्यारे।
खड़ा “विनयचंद “तेरे द्वारे।।
मेरे काटो कठिन कलेश को, आओ मनाएँ…..।।