गुफ्तगू राही अंजाना 6 years ago गुफ्तगू बन्द न हो, बात से बात चले, मै तेरे साथ चलूँ, तू मेरे साथ चले, तुझे देखूं तो दिल जले, न देखूं तो ये जान जले, काश तेरे संग मेरे जीवन की, सुख दुःख की हर शाम ढले।। राही (अंजाना)