गुड़िया राही अंजाना 6 years ago छोटी सी गुड़िया बड़ी सयानी हो गई, ख़्वाबों से निकल के कहानी हो गई, पलकों पर रखी बड़े सहेज कर बरसों, आज आँखें ही उसकी ज़ुबानी हो गई।। राही (अंजाना)