“घर लौटे”……. Ajnabi 6 years ago दुनिया की इस भीड़ में कोई अपना ना मिला ज़हा भी दामन फैलाया, मायूस लोंटे….! कमा ना सके किसी की दोस्ती, किसी की मोहोब्बत गम, तन्हाई, और उदासी समैटे अपने घर लौटे….!! -देव कुमार