चन्द्रयान
गिरते सम्भलते उठते रहेंगे
चांद की गली में पहुंच कर रहेंगे
सम्पर्क टूटने से रिस्ते खत्म नहीं होते
कामयाबी की सीढ़ी चढ़ कर रहेंगे
हौसले में अभी जान है बाकी
दिपक बुझने से रोशनी मर नहीं जाती
प्रयास प्रयोग करते रहेंगे
सफलता की पर पहुंच कर रहेंगे
असफलता ही तो हैं सफलता की सीढ़ी
एक ना एक दिन सफल होंगे
चांद की सुन्दरता का राज
एक दिन हम पढ़ कर रहेंगे
कोशिश रहेगी चन्द्रयान 3 में
लक्ष्य को हम भेद कर रहेंगे
सब्र करना धीरज रखना
एक इतिहास हम रच कर रहेंगे
महेश गुप्ता जौनपुरी