चलो आज मेरे दर्द की इंतेहा लिखता हूँ Wahid Husaian Qazi 6 years ago चलो आज मेरे दर्द की इंतेहा लिखता हूँ, खुद ही हक़ीम बनके एक दवा लिखता हूँ। कोई मिला दे यार से, या दे दे ज़हर कोई। ❤Wahid✍