चलो इंसान बनते हैं। मोहन 4 years ago चलो इंसान बनते हैं। कब तक जकड़े रहेंगे , हम भेदभाव की जंजीरों में । कब तक पकड़े रहेंगे हम , धर्म- भ्रम की बेड़ियों से। मानवता की चलो , पहचान बनते हैं भगवान तो ना ही सही , चलो इंसान बनते हैं।