चलो ना…..
खो जाये दोनो…..
उस दुनिया मे ….
जहाँ सड़को पर किताबो के
किरदार मिलते हो…..
जहाँ तस्वीरें बात करती हो….
जहाँ बारिश ना रुके…..
जहाँ चाँद बेदाग निकले…..
पूरा का पूरा….
जहाँ ठण्ड को ओढ़े एक घास का मैदान हो
वही रुक जायेंगे दोनो….
बाते करेंगे अलाव जला कर
मैं तुम को समझूँगा….
और इस तरह खोकर…
हम एक दूसरे को पा लेंगे…
– लवराज