चाँद से चांदनी और तारों से उनके घर का पता पूछते हैं,
चलो एक बार फिर से उनके इंकार की वजह पूछते हैं,
दिल लगाया ही था तो मुकर क्यों गए,
आओ उनसे मिलकर उनके डर की वजह पूछते हैं।।
राही (अंजाना)
चांदनी

चाँद से चांदनी और तारों से उनके घर का पता पूछते हैं,
चलो एक बार फिर से उनके इंकार की वजह पूछते हैं,
दिल लगाया ही था तो मुकर क्यों गए,
आओ उनसे मिलकर उनके डर की वजह पूछते हैं।।
राही (अंजाना)