छलक जाए दिल से तो मोहब्बत Jay Mishra 8 years ago वो मिला ले नज़र तो इनायत, वो फेर ले नज़र तो शिकायत । वो पत्थर की सही पर, करता मैं उसकी इबादत । चखता वो मेरे दिल को देकर अपनी उल्फ़त, बढ़ता है नशा उतना जितनी बढ़ती है कुर्बत । दर्द वो जो भर दे दिल को, ग़र छलक जाए दिल से तो मोहब्बत ।