छोटी-छोटी खुशियों की Satish Chandra Pandey 3 years ago आज एक टूटी हुई चप्पल मिली उसे कूड़े के ढेर में, साथ ही एक पुरानी बनियान मिली। दो रुपये का सिक्का रख गई हाथ में, सड़क पर चलते एक धनवान मिली। खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब उसे कूड़े के ढेर में छोटी-छोटी खुशियों की खान मिली।