आज वो नज़र चुराए बैठे हैं,
जज़्बात अपने छिपाए बैठे हैं,
हमसे छिपा ना पाएंगे जज़्बात लेकिन,
जाने क्यूं शर्त लगाए बैठे हैं ..
*****✍️गीता
आज वो नज़र चुराए बैठे हैं,
जज़्बात अपने छिपाए बैठे हैं,
हमसे छिपा ना पाएंगे जज़्बात लेकिन,
जाने क्यूं शर्त लगाए बैठे हैं ..
*****✍️गीता