उस दिन रब ने भी जश्न मनाया होगा,
जिस दिन आपको अपने हाथों से बनाया होगा,
उसने भी बहाये होंगे आंसू,
जिस दिन आपको यहाँ भेज कर,
खुद को अकेला पाया होगा
खुदा कैसे करूँ शुक्रिया इस दिन के लिए
जिस दिन तुम्हे ज़मीन पर हमने तुम्हे पाया होगा…
उस दिन रब ने भी जश्न मनाया होगा,
जिस दिन आपको अपने हाथों से बनाया होगा,
उसने भी बहाये होंगे आंसू,
जिस दिन आपको यहाँ भेज कर,
खुद को अकेला पाया होगा
खुदा कैसे करूँ शुक्रिया इस दिन के लिए
जिस दिन तुम्हे ज़मीन पर हमने तुम्हे पाया होगा…