जब लबों से दिल की बात नहीं होती!
धड़कनों की कोई रात नहीं होती!
कदम फिर रूकते नहीं ख्यालों के,
जब किसी से मुलाकात नहीं होती!
क्या होता है जब तुम पास नहीं होती!
मेरी जिन्दगी मेरे पास नहीं होती!
कटती नहीं है रात गम-ए-तन्हाई की,
सहर भी होने की आस़ नहीं होती!
#महादेव