“शास्त्री जी” को अवतरण दिवस पर शत शत नमन
शास्त्री जी का नारा था
‘जय जवान’
ना होली दिवाली, ना ईद रमजान।
एक ही जश्न, हिफाजते-हिंदुस्तान।
सुकून से मनाते हम खुशियाँ यहाँ,
सरहद पर खड़ा, वहाँ वीर जवान।
‘जय किसान’
सुस्ताने बैठ जाए मेहनतकश किसान।
तो फिर भूखा रह जाए समस्त जहान।
निःस्वार्थता से करता, अथक परीश्रम,
खून पसीने से सिंचता, खेत खलिहान।
अटल जी ने जोड़ा
‘जय विज्ञान’
बुलंदियाँ छू लिया आज हमारा विज्ञान।
मंगल मिशन या फिर प्रक्षेपण चंद्रयान।
घातक प्रक्षेपास्त्र हो या परमाणु परीक्षण,
विश्व में कर दिए स्थापित नये कीर्तिमान।
जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान।
हमारे देश की शान, मेरा भारत महान।।
देवेश साखरे ‘देव’