जय जवान हम सब का सलाम,
जज्बे को सलाम हिम्मत को सलाम।
अपनी तूफानी इरादों से,
लगा देते जो दुश्मन पर लगाम।
उन शूरवीरोंको हम सबका बारंबार प्रणाम।
जीवन दे देते अपना जो,
हम सब की खुशी के बदले में,
कर्जदार हैं हम उन वीरों के,
उनके बिलखते परिवारों के।
उनकी नन्हे बच्चों ने जब,
चिता में अग्नि दी होगी।
चित्कार उठी होगी धरती,
छुप कर रोया होगा मैं यह गगन।
धरती माता की रक्षा को लालो ने लहू बहाया है,।
तब जाकर भारत भूमि ने आजादी का जश्न मनाया है।
सोने से जज्बात लिए वह हीरे पन्ने देश के हैं।
दुनिया में अगर कुछ सच्चा है,
तो लाल देश के सच्चे हैं,
तो लाल देश के सच्चे हैं।
जय हिंद जय हिंद की सेना।
निमिषा सिंघल