” जरा इक निग़ाह डाल “# 2 liner ” 3 “ पंकजोम " प्रेम " 10 years ago ज़रा इक निग़ाह डाल देखों सावन पर ” पंकजोम ” प्रेम ” ” …. ख़ामोश अल्फ़ाज़ मेरे ,सबसे बतियाते बतियाते दिखेंगे ….. पंकजोम ” प्रेम “