जानता है दिल… Janki Prasad (Vivash) 6 years ago आपकी ख्बाहिसों को पूरा करना जानता है दिल, चले आओ सजा लें हम किसी दिन, स्वप्न की महफिल । जानते हैं सभी, सपनों को इक दिन, टूटना पड़ता, टूटता तन, टूटता मन, छूट जाती है, हर मंजिल । जानकी प्रसाद विवश