जिंदगी नदी की धारा है जिसमे सुख दुख के किनारे है
आखिर में हम सागर के और सागर हमारे है
मिलते हैं रास्ते में चट्टान और पहाड़
लेकिन बना ले रास्ता मुस्किल से नहीं हारे है
जिंदगी नदी की धारा है जिसमे सुख दुख के किनारे है
आखिर में हम सागर के और सागर हमारे है
मिलते हैं रास्ते में चट्टान और पहाड़
लेकिन बना ले रास्ता मुस्किल से नहीं हारे है