“जीवन है एक सत्य” Pragya 3 years ago मृत्यु है निश्चित तो डरना कैसा ? जीवन है एक सत्य तो घबराना कैसा ? सीड़ियों पर बैठी मुश्किल देखे रस्ता•• जब हो बाजुओं में बल तो घबराना कैसा! करते रह तू प्रयत्न तो सुलझेगी गुत्थी प्रेम से मिलकर रहें तो फिर वैमनस्य कैसा!!!