जुल्फ़े Ravi Bohra 4 years ago खुली जुल्फों में न जाने कितने राज छुपे होते है कभी चाँद कभी रातें तो कभी तारे फूल बनके सजे होते है वो लट आँखों से होठो तक गुजर जाए तो संमा बदल देती है न जाने कितने लोगों के उस काली रात में ख्वाब जगे होते है