लोगों की भीड़ मुझे कब पसंद आई है
भर आई आँख मेरी जब तेरी याद आई है
तन्हा कर देती हैं यादें” मुझे फिर मैं क्या करूँ !
देख सब छोड़ कर तेरी राधा लौट आई है
लोगों की भीड़ मुझे कब पसंद आई है
भर आई आँख मेरी जब तेरी याद आई है
तन्हा कर देती हैं यादें” मुझे फिर मैं क्या करूँ !
देख सब छोड़ कर तेरी राधा लौट आई है