तुम्हारी शान में जो लफ्ज निकले गजल बन जाये।
तेरे अधरों से निकला अल्फ़ाज ही कुरान बन जाये
नसीहत तुझको क्या देगा कोई ऐसी किसकी जुर्रत!
तू जो एक बार कह दे बस वही पहचान हो जाये।
😍😍😍✍️✍️😍😍😍
तुम्हारी शान में जो लफ्ज निकले गजल बन जाये।
तेरे अधरों से निकला अल्फ़ाज ही कुरान बन जाये
नसीहत तुझको क्या देगा कोई ऐसी किसकी जुर्रत!
तू जो एक बार कह दे बस वही पहचान हो जाये।
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