तुम्हें चाहा था Pragya 4 years ago तुम्हें चाहा था आवाज सुनकर मुस्कुराती थी तेरे ख्वाब बुनकर अब जान गयी दर्द क्या होता है अक्सर हँस देती थी इश्क की बात सुनकर।