जब तू पालने मे खेलता था
कई खिलोने तेरे सराहने रहते थे
खुश होती तुझे देख- देख
मेरे नन्हे हाथ तेरे सर को सहलाते रहते थे.
जब तू थोड़ा बड़ा हुआ
मेरे खेल का साथी मुझे मिल गया
टॉफी,चॉकलेट बांटकर खाने वाला
साझी मुझे मिल गया.
साथ स्कूल जाते थे
साथ पढ़ाई करते थे
साथ मे लंच, साथ मे खेल
साथ मे स्कूल का काम करते थे.
स्कूल बदल गया
सब्जेक्ट बदल गए
अलग राहों पे आना -जाना हो गया
कुछ ही सालो बाद तू
मुझसे भी लम्बा हो गया.
आज फिर से भैया दूज पर
वही बातें याद आई है
मै तेरी बड़ी बहन हूँ
और तू मेरा छोटा भाई है.
✍️✍️✍️✍️नीतू कंडेरा ✍️✍️✍️✍️