त्योहारों का भी कुछ मतलब,
समझो तो नहीं कुछ भी गफलत।
समृद्धि उन्नति का द्योतक,
राग द्वेष और मेल का ज्योतक।
त्योहार बिना जीवन यह नीरस,
नीरस जीवन में भरने कुछ रस,
त्योहार हमारे आते हैं
नई उमंगे दे जाते हैं।
निमिषा सिंघल
त्योहारों का भी कुछ मतलब,
समझो तो नहीं कुछ भी गफलत।
समृद्धि उन्नति का द्योतक,
राग द्वेष और मेल का ज्योतक।
त्योहार बिना जीवन यह नीरस,
नीरस जीवन में भरने कुछ रस,
त्योहार हमारे आते हैं
नई उमंगे दे जाते हैं।
निमिषा सिंघल