दिल को धड़कन की आवाज़ जब सुनाई नहीं देती,
आँखों को रौशनी की जब कोई रात दिखाई नहीं देती,
उलझे न रहें गर रिश्ते पैसों की चरखी में लिपट कर,
तो अच्छे व्यक्तित्व को ये दुनियाँ कोई बुराई नहीं देती।।
– राही (अंजाना)
दिल को धड़कन की आवाज़ जब सुनाई नहीं देती,
आँखों को रौशनी की जब कोई रात दिखाई नहीं देती,
उलझे न रहें गर रिश्ते पैसों की चरखी में लिपट कर,
तो अच्छे व्यक्तित्व को ये दुनियाँ कोई बुराई नहीं देती।।
– राही (अंजाना)